छत्तीसगढ़ के 7 जिलों में ACB–EOW की बड़ी कार्रवाई: पटवारी से RI बने अधिकारियों पर शिकंजा, रायपुर–बिलासपुर सहित 20 स्थानों पर छापेमारी

छत्तीसगढ़ में भ्रष्टाचार के खिलाफ एंटी करप्शन ब्यूरो (ACB) और आर्थिक अपराध अन्वेषण ब्यूरो (EOW) ने एक बार फिर व्यापक कार्रवाई शुरू की है।
सोमवार सुबह राज्य के 7 जिलों में एक साथ छापेमारी की गई। यह कार्रवाई मुख्य रूप से उन अधिकारियों पर केंद्रित है, जो पटवारी से पदोन्नति पाकर राजस्व निरीक्षक (RI) बने और बाद में भ्रष्टाचार की शिकायतों में संदिग्ध पाए गए।

एक साथ 20 स्थानों पर दबिश

कार्रवाई का दायरा व्यापक है। ACB–EOW ने रायपुर, बिलासपुर, दुर्ग, रायगढ़, महासमुंद, जांजगीर और बालोद सहित विभिन्न जिलों में कुल 20 लोकेशन पर रेड की है।
टीमें सुबह-सुबह संबंधित अधिकारियों के घर, कार्यालय और संभावित ठिकानों पर पहुंचीं और वहां से दस्तावेज, नकदी और डिजिटल रिकॉर्ड को जब्त किया जा रहा है।

राजस्व विभाग के कई अधिकारी रडार पर

सूत्रों के अनुसार, जिन अधिकारियों पर कार्रवाई की गई है, उन पर शिकायतें थीं कि पदोन्नति के बाद उन्होंने
– जमीन नामांतरण
– नक्शा पासिंग
– म्यूटेशन
– और अन्य राजस्व सेवाओं में
अनियमितता और अवैध वसूली की प्रथा विकसित की।
इन्हीं शिकायतों के आधार पर गोपनीय जांच पूरी होने के बाद ACB–EOW ने समन्वित कार्रवाई की योजना बनाई।

संदिग्ध संपत्ति और आय के असंगत स्रोतों की जांच

छापेमारी का मुख्य उद्देश्य अधिकारियों की अघोषित संपत्ति, आय से अधिक चल-अचल परिसंपत्तियों और बैंक लेनदेन की जांच करना है।
टीमें अभी तक कई महत्वपूर्ण दस्तावेज, भूखंडों के कागजात और डिजिटल डिवाइस जब्त कर चुकी हैं।

कार्रवाई जारी, विस्तृत रिपोर्ट बाद में

ACB–EOW अधिकारियों का कहना है कि छापेमारी जारी है और अभी कई अहम खुलासों की उम्मीद है।
प्राथमिक जांच के बाद गिरफ्तारियों या निलंबन जैसी कार्रवाइयों की संभावना से भी इंकार नहीं किया गया है।