शराब घोटाला मामला: सौम्या चौरसिया फिर गिरफ्तार, ED की जांच तेज
शराब घोटाले से जुड़े मामले में प्रवर्तन निदेशालय (ED) ने सौम्या चौरसिया को एक बार फिर गिरफ्तार किया है। एजेंसी का कहना है कि आगे की जांच के लिए उनकी हिरासत आवश्यक थी। इस कार्रवाई के बाद मामले ने एक बार फिर राजनीतिक और प्रशासनिक हलकों में हलचल पैदा कर दी है।
ED सूत्रों के अनुसार जांच में करीब 100 करोड़ रुपये के संदिग्ध लेन-देन से जुड़े दस्तावेज और डिजिटल साक्ष्य सामने आने का दावा किया गया है। एजेंसी का यह भी कहना है कि कुछ चैट रिकॉर्ड और इलेक्ट्रॉनिक डेटा मिले हैं, जिनमें प्रभावशाली व्यक्तियों और बड़े नेताओं से संपर्क के संकेत बताए जा रहे हैं। हालांकि, इन दावों की न्यायिक पुष्टि अभी बाकी है।
बताया जा रहा है कि जांच के दौरान धन के प्रवाह, बिचौलियों की भूमिका और नीति से जुड़े कथित लाभार्थियों की कड़ियों को जोड़ने का प्रयास किया जा रहा है। ED ने अदालत को सूचित किया है कि मामले की परतें खुलने के साथ आगे और पूछताछ जरूरी है।
वहीं, बचाव पक्ष ने आरोपों को राजनीतिक रूप से प्रेरित बताते हुए सभी दावों को निराधार करार दिया है और कानूनी प्रक्रिया के तहत जवाब देने की बात कही है। अदालत ने दोनों पक्षों की दलीलें सुनी हैं और आगे की सुनवाई के लिए तिथि निर्धारित की गई है।
विशेषज्ञों का मानना है कि यह मामला मनी लॉन्ड्रिंग और नीति से जुड़े कथित अनियमितताओं की व्यापक जांच की ओर इशारा करता है। आने वाले दिनों में जांच की दिशा और न्यायिक कार्यवाही पर सभी की नजरें बनी रहेंगी।
