रायपुर : छत्तीसगढ़ में 2023 के विधान सभा चुनाव को लेकर बड़े नेताओं सहित एक एक कार्यकर्ता आश्वस्त था की बाकी राज्यों में तो नही लेकिन छत्तीसगढ़ में हमारी सरकार बन रही है। लेकिन परिणाम स्थिति के विपरीत आया और छोटे से बड़े नेता हतप्रद रह गए। हार का दर्द भूले नहीं भुलाया जा रहा है।कुछ दिनों तक कांग्रेस में हार को लेकर हाहाकार यानी हार को लेकर मत्थे मढ़ने का सिलसिला जारी रहा वही कल एक कार्यक्रम में नेता प्रतिपक्ष का दर्द एक बार फिर फूट पड़ा और चरणदास महंत ने कहा कि हार का दर्द अभी भी ताजा है.
छत्तीसगढ़ कांग्रेस के प्रभारी सचिन पायलट दरअसल कांग्रेस नेताओ की बैठक ले रहे थे. बैठक में चरणदास महंत भी शामिल थे. बैठक में जब चरणदास महंत को मौका मिला तो उन्होने माइक पकड़ते ही कहा कि हार के चलते वो किसी से नजरें नहीं मिला पा रहे हैं. महंत ने कहा कि हार के चलते लोग एक दूसरे से बात करने से कतरा रहे हैं. कोई सीधे मुंह बात नहीं कर रहा है.
वही माइक लेकर जैसे ही चरणदास महंत ने अपनी बात रखी वैसे ही बैठक में आये नेताओं के बीच सन्नाटा पसर गया. तभी माहौल की गंभीरता को भांपते हुए तुरंत सचिन पायलट ने मंच संभाल लिया. पायलट ने कहा कि चिंता करने की जरूरत नहीं है. राजनीति में हार और जीत आती जाती रहती है. राजनीति में कभी पीछे मुड़कर नहीं देखना चाहिए. आगे लोकसभा चुनाव है हमें रुकना नहीं आगे बढ़ना है।