करवा चौथ 2025: सुहागनें कर रही पति की लंबी आयु की कामना, रायपुर में रात 8:13 बजे दिखेगा चांद

रायपुर, 10 अक्टूबर 2025

देशभर में आज हिन्दू धर्म का एक महत्वपूर्ण पर्व करवा चौथ बड़े उत्साह और पारंपरिक आस्था के साथ मनाया जा रहा है। सुहागिन महिलाएं पूरे दिन निर्जला व्रत रखकर अपने पति की दीर्घायु, सुख-समृद्धि और मंगल की कामना कर रही हैं। मंदिरों, बाजारों और घरों में सुबह से ही विशेष रौनक देखी जा रही है।

रायपुर सहित पूरे छत्तीसगढ़ में महिलाएं आज इस पर्व को पारंपरिक परिधान, सोलह श्रृंगार और धार्मिक विधि-विधान के साथ मना रही हैं।

🕰️ रायपुर में पूजा और चांद निकलने का समय

रायपुर में आज करवा चौथ का पूजा मुहूर्त शाम 5:57 बजे से 7:11 बजे तक रहेगा।
चांद निकलने का समय रात 8:13 बजे निर्धारित किया गया है।
महिलाएं इसी समय चांद को छलनी से देखकर जल अर्पण करेंगी और अपने पति के हाथ से पानी या फल ग्रहण कर व्रत तोड़ेंगी।

व्रत की शुरुआत सुबह सूर्योदय से पहले साढ़े पाँच बजे के आसपास ‘सरगी’ से हुई, जिसे सास द्वारा बहू को प्रेमपूर्वक खिलाया जाता है।

 पूजा विधि और परंपराएँ

  • महिलाएं सोलह श्रृंगार कर माँ गौरी की पूजा करती हैं।
  • पूजा में करवा (मिट्टी या धातु का कलश), दीपक, चने, मिठाई, चावल, अक्षत और दूध का उपयोग होता है।
  • इसके बाद करवा चौथ व्रत कथा सुनी जाती है — जिसमें ‘वीरावती’ की कथा सबसे प्रसिद्ध है।
  • कथा सुनने के बाद महिलाएं थाली सजाकर चाँद की प्रतीक्षा करती हैं।
  • चांद के दर्शन के बाद छलनी से पहले चांद को और फिर पति के चेहरे को देखकर अर्घ्य देती हैं, और व्रत का समापन करती हैं।
  •  रायपुर में उत्सव का माहौल

रायपुर के बाजारों में सुबह से ही जबरदस्त भीड़ देखने को मिली।

  • जैसे-जैसे शाम नजदीक आई, लाल और सुनहरी साड़ियों में सजी महिलाएं पूजा सामग्री की खरीदारी करती नजर आईं।
  • गोलबाजार, पंडरी और शास्त्री बाजार जैसे प्रमुख इलाकों में करवा, छलनी, मेहंदी और श्रृंगार सामग्री की जमकर बिक्री हुई।
  • मेहंदी कलाकारों की दुकानों पर भी देर रात तक रौनक रही।
  • कई परिवारों ने घरों को दीपक और फूलों से सजाया है।

💞 पारंपरिकता और आधुनिकता का संगम

इस वर्ष करवा चौथ को लेकर सोशल मीडिया पर भी काफी उत्साह है।

  • महिलाएं अपने पारंपरिक लुक्स, मेकअप और पूजा की तस्वीरें इंस्टाग्राम और फेसबुक पर साझा कर रही हैं।
  • कई दंपतियों ने ‘करवा चौथ फोटोशूट’ भी करवाया है, जिसमें आधुनिक कैमरा तकनीक और AI आधारित फोटो एडिटिंग का इस्तेमाल किया जा रहा है।
  • वहीं, युवा पीढ़ी इस त्योहार को “प्रेम और विश्वास का दिन” मानकर एक-दूसरे को उपहार भी दे रही है।

🩺 सावधानियाँ और सुझाव

  • स्वास्थ्य कारणों से जूझ रहीं महिलाओं को डॉक्टर की सलाह से ही व्रत रखना चाहिए।
  • निर्जला व्रत के दौरान धूप में ज्यादा समय न बिताएं और पूजा के बाद हल्का भोजन करें।
  • व्रत खोलने के बाद फल, दूध या हल्का आहार लें ताकि शरीर पर बोझ न पड़े।

🗣️ धार्मिक महत्व

करवा चौथ का अर्थ है – “करवा” यानी मिट्टी का घड़ा (जल का प्रतीक) और “चौथ” यानी चतुर्थी तिथि
यह पर्व भाद्रपद मास के कृष्ण पक्ष की चतुर्थी को मनाया जाता है और वैवाहिक प्रेम, समर्पण और आस्था का प्रतीक माना जाता है।
पौराणिक मान्यता है कि जो महिलाएं सच्चे मन से यह व्रत रखती हैं, उनके पति की आयु लंबी होती है और दांपत्य जीवन सुखमय बनता है।

निष्कर्ष

करवा चौथ 2025 सिर्फ एक धार्मिक पर्व नहीं, बल्कि प्रेम, समर्पण और परिवारिक एकता का प्रतीक बन चुका है।
रायपुर सहित पूरे भारत में महिलाएं आज श्रद्धा और उल्लास के साथ यह पर्व मना रही हैं।
रात 8:13 बजे जैसे ही चांद आसमान में निकलेगा, पूरा शहर आस्था और प्रेम के उजाले से जगमगा उठेगा।

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