भारत ने ओडिशा तट पर लंबी दूरी की नई सतह से हवा में मार करने वाली मिसाइल का सफल परीक्षण किया

भारत ने अपनी रक्षा क्षमता को और मजबूत करते हुए लंबी दूरी की सतह से हवा में मार करने वाली नई मिसाइल (Long-Range Surface-to-Air Missile – LRSAM) का सफल परीक्षण किया है।
यह मिसाइल रक्षा अनुसंधान एवं विकास संगठन (DRDO) द्वारा विकसित की गई है और इसका परीक्षण ओडिशा तट के पास स्थित परीक्षण केंद्र से किया गया।

💡 देश की वायु रक्षा प्रणाली को मिलेगा नया आयाम

इस सफल परीक्षण से भारत की एयर डिफेंस नेटवर्क (Air Defence Network) को नई मजबूती मिली है। यह मिसाइल शत्रु के विमान, ड्रोन और मिसाइलों को लंबी दूरी से ही निशाना बनाने में सक्षम है।

DRDO के अधिकारियों के अनुसार, मिसाइल ने सभी उड़ान मापदंडों को सफलतापूर्वक पूरा किया और लक्ष्य को सटीकता से भेदा। यह परीक्षण भारत की रक्षा तकनीक में आत्मनिर्भरता की दिशा में एक और बड़ा कदम माना जा रहा है।

🚀 मिसाइल की प्रमुख विशेषताएँ

  • लंबी दूरी से हवा में उड़ रहे लक्ष्यों को भेदने में सक्षम
  • अत्याधुनिक रडार और ट्रैकिंग सिस्टम से लैस
  • सटीक गाइडेंस और उच्च गति इंटरसेप्शन क्षमता
  • भारत की स्वदेशी रक्षा तकनीक का उत्कृष्ट उदाहरण

🗣️ रक्षा मंत्रालय का बयान

रक्षा मंत्रालय ने इस परीक्षण को देश की सुरक्षा प्रणाली के लिए एक “ऐतिहासिक उपलब्धि” बताया।
मंत्रालय ने कहा, “यह मिसाइल भारत की सामरिक तैयारी को नई ऊंचाई पर ले जाएगी और आने वाले समय में हमारी वायुसीमा की सुरक्षा को और भी मजबूत बनाएगी।”

🇮🇳 आत्मनिर्भर भारत की दिशा में कदम

इस मिसाइल के सफल परीक्षण से भारत ने रक्षा क्षेत्र में ‘आत्मनिर्भर भारत’ मिशन को और आगे बढ़ाया है। DRDO के वैज्ञानिकों और इंजीनियरों ने बताया कि यह मिसाइल पूरी तरह स्वदेशी तकनीक से विकसित की गई है, जिसमें कोई विदेशी घटक शामिल नहीं है।

👉 निष्कर्ष:
भारत की नई लंबी दूरी की सतह से हवा में मार करने वाली मिसाइल का सफल परीक्षण देश की रक्षा क्षमता को एक नए स्तर पर पहुंचाता है। यह न केवल भारत की तकनीकी प्रगति का प्रतीक है, बल्कि वैश्विक स्तर पर उसकी सामरिक शक्ति को भी दर्शाता है।