सुकमा के नक्सल प्रभावित इलाकों में हेल्थ इंटरवेंशन तेज़: कोन्टा ब्लॉक के घने जंगलों में मेडिकल टीम का आउटरीच, चिन्तलनार–बुरकापाल में फुल-स्केल हेल्थ कैंप ऑपरेट

सुकमा जिले के अत्यंत संवेदनशील और नक्सल प्रभावित कोन्टा ब्लॉक में स्वास्थ्य विभाग का ग्राउंड-लेवल इंटरवेंशन आज एक महत्वपूर्ण माइलस्टोन के रूप में सामने आया। नियाड नल्ला नर योजना के तहत मेडिकल टीम ने उन दूरस्थ वन क्षेत्रों में फुल-फ्लेज्ड स्वास्थ्य शिविर आयोजित किया, जहाँ वर्षों से पहुंच सीमित थी या नक्सली घटनाओं के कारण जोखिम उच्च स्तर पर माना जाता रहा है।

टीम ने चिन्तलनार, बुरकापाल सहित कई इंटीरियर विलेज क्लस्टर्स में हेल्थ कैम्प ऑपरेशनलाइज़ किया, जहाँ ग्रामीणों को—

  • निःशुल्क उपचार,

  • डायग्नोस्टिक सेवाएँ,

  • तथा आयुष्मान भारत के तहत हेल्थ बेनेफिट्स
    प्रोसेस-ड्रिवन तरीके से उपलब्ध कराए गए।

स्थानीय प्रशासन के मुताबिक यह आउटरीच केवल मेडिकल फोकस तक सीमित नहीं था, बल्कि यह राज्य सरकार की “लास्ट-माइल सर्विस डिलीवरी” स्ट्रेटेजी का एक स्ट्रक्चर्ड डिप्लॉयमेंट भी है, जिसका उद्देश्य नक्सल-प्रभावित जोन में भरोसा और शासन की पहुँच को मजबूत करना है।

ग्राउंड इनपुट्स संकेत देते हैं कि बड़ी संख्या में ग्रामीणों ने कैंप का लाभ लिया और कई मामलों में पहली बार व्यापक स्वास्थ्य सेवाओं तक सीधे तौर पर पहुँच सुनिश्चित हुई।

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