सिंचाई के बिना भी खुश हैं किसान गुलाब सिंह, सरकार के समर्थन से हो रहा फायदा

गुलाब सिंह, लगभग सत्तर साल के किसान, जो छत्तीसगढ़ के कोरबा विकासखंड के सुदूरवर्ती ग्राम ठाड़पखना में रहते हैं, अपनी धान की फसल की मिंजाई में व्यस्त हैं। उनका कहना है कि हमारे जैसे किसानों के लिए आसमान और सरकार ही भगवान हैं। जब बारिश अच्छी होती है तो फसल भी अच्छी होती है, और जब सरकार द्वारा अच्छी कीमत तय की जाती है, तो मेहनत का पूरा मोल मिलता है।

गुलाब सिंह के पास लगभग 6-7 एकड़ की जमीन है, जहां वे धान की फसल उगाते हैं। इस वर्ष बारिश ठीक-ठाक हुई है, जिससे फसल अच्छी हुई है और कोई परेशानी नहीं हो रही। हालांकि, उनके क्षेत्र में सिंचाई के साधन नहीं हैं, और पहाड़ी क्षेत्र होने के कारण आसमान पर ही निर्भर रहना पड़ता है। इस साल भी बारिश ने दगा नहीं दिया और फसल ठीक-ठाक हुई।

गुलाब सिंह बताते हैं कि पहले धान बेचने में बहुत परेशानी होती थी, लेकिन अब सरकार ने व्यवस्था में सुधार किया है और अब धान बेचना सुविधाजनक हो गया है। उन्हें याद है कि पिछले साल धान का समर्थन मूल्य मिलने के बाद अतिरिक्त राशि भी एकमुश्त उनके खाते में आ गई थी। इस बार भी वह उम्मीद करते हैं कि उन्हें अपनी मेहनत का पूरा लाभ मिलेगा। उन्हें प्रति क्विंटल 3100 रुपये की दर से धान का लाभ मिला था, जो कि अन्य राज्यों की तुलना में ज्यादा है।

गुलाब सिंह का मानना है कि छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री श्री विष्णु देव साय, जो खुद किसान परिवार से हैं, किसानों की समस्याओं को समझते हैं और उनकी मदद कर रहे हैं। उन्होंने बताया कि छत्तीसगढ़ सरकार द्वारा किसानों को दी जा रही अतिरिक्त राशि, खासकर बोनस, उनके लिए बहुत महत्वपूर्ण है। इस बार भी उनकी उम्मीदें पूरी होने वाली हैं, और वह खुशी से कहते हैं कि मुख्यमंत्री के नेतृत्व में कृषि क्षेत्र में सकारात्मक बदलाव आ रहे हैं। गुलाब सिंह जल्द ही अपनी फसल को उपार्जन केंद्र में बेचने जाएंगे और उनका पंजीयन भी किया जा चुका है। उनके लिए यह एक खुशी का मौका है, क्योंकि अब किसान अपनी मेहनत का उचित मूल्य पा रहे हैं।

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