“बेटे-बेटी के सामने उजड़ा परिवार: पहलगाम में आतंकी हमले में रायपुर के कारोबारी की जान गई”

जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में मंगलवार को हुए आतंकी हमले में रायपुर के स्टील कारोबारी दिनेश मिरानिया की गोली मारकर हत्या कर दी गई। यह हमला उनकी पत्नी, बेटे और बेटी के सामने हुआ। हमले में पत्नी नेहा के चेहरे पर बारूद के छींटे पड़े, जिससे गंभीर चोट आई है, जबकि बच्चों को भी हल्की चोटें लगी हैं।
जानकारी के मुताबिक, दिनेश मिरानिया (45) की उसी दिन शादी की सालगिरह थी और वे परिवार के साथ बैसरन घाटी में घूमने गए थे। इस दौरान फोटो खिंचवाते समय आतंकियों ने अचानक हमला कर दिया।
प्रशासन ने की त्वरित कार्रवाई
रायपुर कलेक्टर गौरव कुमार सिंह ने बताया कि परिवार के साथ प्रशासनिक अधिकारी मौके पर हैं। पोस्टमॉर्टम और औपचारिकताएं पूरी कर ली गई हैं। जल्द ही शव और परिवार को फ्लाइट के जरिए दिल्ली और फिर रायपुर लाया जाएगा।
सरकार का मुआवजा ऐलान
जम्मू-कश्मीर सरकार ने मृतकों के परिवारों को 10 लाख रुपए, गंभीर रूप से घायलों को 2 लाख और मामूली रूप से घायलों को 1 लाख रुपए की सहायता राशि देने की घोषणा की है।
हमले में 11 पर्यटकों को सुरक्षित निकाला गया
हमले में चिरमिरी के 4 परिवारों के 11 सदस्य भी फंस गए थे, जिनमें 3 बच्चे शामिल थे। कपड़ा व्यवसायी नजाकत अली ने सभी को सुरक्षित निकाला।
नेहा मिरानिया ने सुनाया भयावह मंजर
नेहा मिरानिया ने बताया कि वे चारों बैसरन घाटी में घूम रहे थे जब हथियारबंद आतंकी वहां पहुंचे। पहले उन्होंने कुछ लोगों के नाम पूछे और फिर पुरुषों को निशाना बनाकर फायरिंग शुरू कर दी। भीड़ में भगदड़ मच गई, इस दौरान स्थानीय लोगों ने महिला और बच्चों को बचाया। नेहा बच्चों को लेकर भाग निकली और सेना के कैंप में पहुंचीं।
दिनेश के परिवार की स्थिति
दिनेश रायपुर के समता कॉलोनी में रहते थे और चार भाइयों में सबसे छोटे थे। उनका बेटा शौर्य बेंगलुरु में 12वीं कक्षा में पढ़ता है और बेटी लक्षिता रायपुर में 9वीं में है। पत्नी नेहा गृहिणी हैं।
रायपुर प्रशासन सतर्क, सीएम ने दी संवेदना
रायपुर में जैसे ही घटना की खबर आई, कलेक्टर और SSP परिवार के घर पहुंचे, लेकिन घर बंद मिला। मुख्यमंत्री विष्णु देव साय ने हमले की निंदा की और कहा कि राज्य सरकार हर संभव मदद करेगी।
रिश्तेदार बोले – पाकिस्तान के इशारे पर हमला
परिवार के रिश्तेदार अमर बंसल ने कहा कि हमलावरों ने नाम पूछकर गोली मारी। यह आतंकियों की सोची-समझी साजिश है, जो पाकिस्तान के इशारे पर की गई है।
अब तक की पहचान किए गए मृतक
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मनुज नाथ (कर्नाटक)
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शिवम मोगा (कर्नाटक)
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लेफ्टिनेंट विनय नरवाल (हरियाणा)
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शुभम द्विवेदी (उत्तर प्रदेश)
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दिलीप डेसले (महाराष्ट्र)
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अतुल मोहने (महाराष्ट्र)
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सैयद हुसैन शाह (अनंतनाग)
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सुदीप नेवपाने (नेपाल)
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बिटन अधकेरी उधवानी कुमार (यूएई)
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संजय लेले
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हिम्मत कलाथय
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प्रशांत कुमार
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मनीष रंजन (हैदराबाद)
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रामचंद्रन
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शलिंदर कल्पिया
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दिनेश मिरानिया (छत्तीसगढ़)
घायल व्यक्तियों के नाम
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विनो भट्ट (गुजरात)
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एस. बालचंद्रू (महाराष्ट्र)
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अभिजवन राव (कर्नाटक)
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संतरू (तमिलनाडु)
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साहसी कुमारी (ओडिशा)