EOW की बड़ी कार्रवाई: छत्तीसगढ़ में DMF फंड घोटाले की जांच के तहत 14 ठिकानों पर छापा
 
                रायपुर, दुर्ग, राजनांदगांव और धमतरी में एकसाथ दबिश — खनिज के कोरे में ‘चोर घुस गए’, अब तलाशी के मोड़ पर मामला
रायपुर। छत्तीसगढ़ के District Mineral Foundation (DMF) फंड घोटाले की जांच में आर्थिक अपराध अन्वेषण ब्यूरो (EOW) ने शुक्रवार सुबह बड़ी कार्रवाई की। EOW की टीमों ने रायपुर, दुर्ग, राजनांदगांव और धमतरी सहित कुल 14 ठिकानों पर एकसाथ छापे मारे हैं।
DMF फंड का दुरुपयोग, जांच में सामने आए गंभीर आरोप
सूत्रों के मुताबिक, जांच में यह पाया गया है कि खनिज विकास के लिए जारी फंड का दुरुपयोग हुआ है। फर्जी बिल, ठेकेदारों को गलत भुगतान, और परियोजनाओं में अनियमितता के सबूत मिले हैं। EOW की टीम ने कई दस्तावेज़, कंप्यूटर और मोबाइल रिकॉर्ड जब्त किए हैं।
जांच का दायरा बढ़ाया गया
EOW अधिकारियों के अनुसार, मामले की गंभीरता को देखते हुए राज्य के अन्य जिलों में भी जांच का दायरा बढ़ाया जा सकता है। प्राथमिक जांच में करोड़ों रुपए की गड़बड़ी का अंदेशा है। फिलहाल, कई अधिकारी और ठेकेदारों से पूछताछ की जा रही है।
‘खनिज के कोरे में चोर घुस गए’ — पंचलाइन बनी चर्चा का विषय
इस कार्रवाई के बाद सोशल मीडिया पर लोगों के बीच एक ही बात चर्चा में है —
“खनिज के कोरे में चोर घुस गए, अब तलाशी के मोड़ आय हे!”
लोगों का कहना है कि यह कार्रवाई छत्तीसगढ़ के खनिज क्षेत्र में वर्षों से चल रहे भ्रष्टाचार पर लगाम लगाने की दिशा में अहम कदम है।
EOW की टीमों ने देर रात तक की तलाशी
रायपुर और दुर्ग के कुछ सरकारी आवासों व निजी प्रतिष्ठानों में तलाशी अभियान देर रात तक जारी रहा। टीमों ने संदिग्ध दस्तावेज़ों और खातों की जांच की।
राज्य सरकार की प्रतिक्रिया
सरकार ने कहा है कि यदि कोई अधिकारी या ठेकेदार दोषी पाया जाता है, तो सख्त कानूनी कार्रवाई की जाएगी। जांच पूरी तरह पारदर्शी और तथ्यों पर आधारित होगी।

