रायपुर के DKS अस्पताल में अब गठिया, डायबिटीज, थायरॉइड और हार्मोनल विकारों का समग्र उपचार: रुमेटोलॉजी व एंडोक्राइनोलॉजी विभाग संचालन को औपचारिक हरित–संकेत

राजधानी रायपुर स्थित DKS सुपरस्पेशियलिटी हॉस्पिटल को चिकित्सा सेवाओं के विस्तार के लिए एक और रणनीतिक प्रोत्साहन प्राप्त हुआ है। संस्थान को रुमेटोलॉजी और एंडोक्राइनोलॉजी विभाग स्थापित करने की औपचारिक अनुमति मिल गई है, जिसके साथ अब गठिया संबंधी जटिलताओं, डायबिटीज प्रबंधन, थायरॉइड डिसफंक्शन और हार्मोनल असंतुलन जैसी समस्याओं का उपचार उसी कैंपस में एंड-टू-एंड उपलब्ध होगा।

नए विभागों की ऑपरेशनल लॉन्चिंग से मरीजों को विशेषज्ञ-आधारित क्लिनिकल इंटरवेंशन, एडवांस डायग्नोस्टिक्स और टारगेटेड थेरेपी—all under one roof—प्राप्त होंगे। चिकित्सा विशेषज्ञों का कहना है कि इन इकाइयों के शुरू होने से गंभीर रुमेटिक बीमारियों, ऑटोइम्यून स्थितियों, मेटाबॉलिक विकारों और हार्मोनल असामान्यताओं के लिए एक अधिक सुव्यवस्थित केयर-इकोसिस्टम निर्मित होगा।

DKS प्रबंधन के मुताबिक, यह अपग्रेड अस्पताल की क्षमता-निर्माण प्रक्रिया में एक decisive leap है। इससे न केवल मरीजों का referral load कम होगा, बल्कि सुपरस्पेशियलिटी सेवाओं की उपलब्धता भी अधिक inclusive और cost-efficient बनेगी। विभागों के लिए आवश्यक तकनीकी उपकरण, विशेषज्ञ चिकित्सक और allied support systems की डिप्लॉयमेंट प्रक्रिया भी तेजी से आगे बढ़ाई जा रही है।

हेल्थ सेक्टर के जानकारों का मानना है कि इन विभागों के सक्रिय होने से रायपुर और आसपास के जिलों में chronic disease management के लिए एक robust regional hub विकसित होगा, जिसका सीधा लाभ बड़ी संख्या में मरीजों को मिलेगा।