बेलें, ब्राज़ील में COP30 की औपचारिक शुरुआत, वैश्विक जलवायु एजेंडा पर तेजी से कार्रवाई की मांग

वैश्विक जलवायु वार्ताओं का वार्षिक शिखर सम्मेलन COP30 ब्राज़ील के बेलें शहर में उच्च-स्तरीय प्रतिनिधियों, पर्यावरण विशेषज्ञों और नागरिक समाज संगठनों की उपस्थिति में आरंभ हुआ। उद्घाटन चरण में सम्मेलन की औपचारिक कार्यसूची को बिना किसी procedural रुकावट के अपनाया गया, जिससे पिछले वर्षों में दिखाई देने वाली देरी और विवादों की स्थितियाँ इस बार नियंत्रित रहीं।

हालाँकि, मुख्य नीति मुद्दों पर सहमति अभी भी जटिल बनी हुई है। विशेष रूप से:

  • फॉसिल फ्यूल्स के व्यवस्थित चरणबद्ध निष्कासन (Fossil Fuel Phase-Out)

  • लोस् एंड डैमेज फाइनेंसिंग फ्रेमवर्क (Loss & Damage Finance)

इन दोनों विषयों पर विकसित और विकासशील अर्थव्यवस्थाओं के बीच दृष्टिकोण, ज़िम्मेदारी, वित्तीय भार साझा करने और कार्यान्वयन मापदंडों को लेकर महत्वपूर्ण मतभेद बनाए हुए हैं।

सिविल सोसाइटी समूहों और पर्यावरणीय आंदोलनों ने “तत्काल, ठोस और बाध्यकारी कार्रवाई” की मांग को प्रमुखता से उठाया है, यह संकेत देते हुए कि वैश्विक तापमान वृद्धि को 1.5°C सीमा के भीतर रोकने के लिए वर्तमान नीति-गति अपर्याप्त मानी जा रही है।

विश्लेषण इंगित करता है कि COP30 की सफलता इस बात पर निर्भर करेगी कि सदस्य राष्ट्र नीतिगत प्रतिबद्धताओं को वित्तपोषण और कार्यान्वयन तंत्रों से किस हद तक जोड़ते हैं, और क्या वे वैश्विक उत्सर्जन में व्यापक संरचनात्मक बदलाव को आगे बढ़ाने के लिए तैयार हैं।

मुख्य बिंदु:

  • COP30 की कार्यसूची बिना विवाद के अनुमोदित।

  • फॉसिल फ्यूल चरणबद्ध समाप्ति और नुकसान-वित्त पर तीव्र मतभेद जारी।

  • वैश्विक ताप लक्ष्य हासिल करने हेतु त्वरित और सामूहिक कार्रवाइयों पर ज़ोर।