IIM रायपुर में चिंतन शिविर: योग, सुशासन और तकनीकी विकास पर छत्तीसगढ़ सरकार की नई दिशा

रायपुर, 9 जून: छत्तीसगढ़ की सरकार के मंत्रियों का सोमवार सुबह एक अलग ही अंदाज देखने को मिला, जब वे एक जैसे टी-शर्ट और पैंट में योग करते नज़र आए। मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय, उपमुख्यमंत्री अरुण साव और अन्य मंत्रियों ने IIM रायपुर में आयोजित ‘चिंतन शिविर’ के अंतिम दिन योगाभ्यास में हिस्सा लिया।

खेल मंत्री टंक राम वर्मा ने बैडमिंटन भी खेला, जबकि मुख्यमंत्री साय योगा ट्रेनर के साथ पोज़ देते नज़र आए। इस आयोजन के माध्यम से मंत्रियों ने स्वस्थ जीवनशैली और टीम भावना को बढ़ावा देने का संदेश दिया।

योग से सुशासन की ओर: मुख्यमंत्री का संदेश

मुख्यमंत्री ने कहा, “योग केवल शरीर को नहीं, मन को भी स्वस्थ बनाता है। यह हमें प्रकृति के करीब लाता है और जीवन को संतुलित बनाता है।” उन्होंने बताया कि यह योग सत्र प्रदेश में हेल्दी लाइफस्टाइल को प्रोत्साहन देने का एक सार्थक प्रयास है।

चिंतन शिविर: सुशासन के नए रास्तों की खोज

दो दिवसीय शिविर में मंत्रियों ने जनता से जुड़े कामकाज को बेहतर ढंग से समझने के लिए मैनेजमेंट एक्सपर्ट्स से मार्गदर्शन लिया। मुख्यमंत्री ने कहा कि यह शिविर आत्ममंथन और नवाचारों को व्यवहार में उतारने का महत्वपूर्ण माध्यम है।

उन्होंने बताया कि पिछले डेढ़ वर्षों में 350 से अधिक प्रशासनिक सुधार किए गए हैं। जैसे—

  • ई-ऑफिस प्रणाली लागू कर पारदर्शिता और जवाबदेही बढ़ाई गई।

  • रजिस्ट्री प्रक्रिया डिजिटल हुई, जिससे घर बैठे मिनटों में नामांतरण और रजिस्ट्री संभव हो रही है।

  • सिंगल विंडो सिस्टम 2.0 और ईज ऑफ डूइंग बिजनेस ने निवेशकों को आकर्षित किया है।

बस्तर पर विशेष ध्यान, नवाचार से विकास की रफ्तार

मुख्यमंत्री ने बताया कि बस्तर क्षेत्र में माओवाद पर प्रभावी नियंत्रण के साथ-साथ विकास की बुनियादी ज़रूरतों पर भी ज़ोर दिया जा रहा है:

  • बोधघाट परियोजना से 7 लाख हेक्टेयर में सिंचाई और 125 मेगावाट बिजली उत्पादन संभव होगा।

  • बस्तर ओलंपिक, पंडुम, डायलॉग जैसे आयोजनों से युवाओं को मुख्यधारा से जोड़ा गया है।

  • नवा रायपुर में भारत का पहला AI डाटा सेंटर पार्क और सेमीकंडक्टर यूनिट की शुरुआत से राज्य तकनीकी क्रांति की ओर अग्रसर है।

छत्तीसगढ़ की पहचान बना ‘मेक इन स्टेट’ स्टील

मुख्यमंत्री ने गर्व से बताया कि जम्मू-कश्मीर में चिनाब नदी पर बने विश्व के सबसे ऊंचे रेलवे ब्रिज में छत्तीसगढ़ के स्टील का उपयोग हुआ है, जो प्रदेश की तकनीकी क्षमताओं और औद्योगिक पहचान का प्रतीक है।

विजन 2047: विकसित छत्तीसगढ़ की ठोस नींव

मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रधानमंत्री मोदी के विकसित भारत के विज़न को आत्मसात करते हुए “विजन डॉक्युमेंट 2047” तैयार किया गया है, जो छत्तीसगढ़ के समग्र विकास का रोडमैप है।

अटल जी को समर्पित अटल निर्माण वर्ष

छत्तीसगढ़ के रजत जयंती वर्ष को ‘अटल निर्माण वर्ष’ के रूप में मनाते हुए उन्होंने अटल बिहारी वाजपेयी के सुशासन सिद्धांतों को धरातल पर उतारने का संकल्प लिया।

प्रबुद्ध विशेषज्ञों ने रखे विचार

शिविर में प्रख्यात वक्ताओं जैसे डॉ. विनय सहस्रबुद्धे, संजीव सान्याल, प्रो. हिमांशु राय, डॉ. रविंद्र ढोलकिया और अन्य विशेषज्ञों ने परिवर्तनकारी नेतृत्व, सार्वजनिक वित्त और सुशासन पर गहन चर्चा की।

निष्कर्ष: सुशासन की नई दिशा

यह चिंतन शिविर छत्तीसगढ़ के प्रशासनिक ढांचे को और अधिक पारदर्शी, डिजिटल और प्रभावशाली बनाने की दिशा में एक ऐतिहासिक कदम साबित हुआ है। मुख्यमंत्री ने IIM रायपुर और सुशासन विभाग को बधाई देते हुए कहा कि इस शिविर में मिले सुझाव राज्य के भविष्य की आधारशिला बनेंगे।