छत्तीसगढ़ को मिल सकता है नया मुख्य सचिव, रेस में सुब्रत साहू सबसे आगे

रायपुर | 30 जून 2025:
छत्तीसगढ़ को आज नया मुख्य सचिव मिल सकता है। मौजूदा मुख्य सचिव अमिताभ जैन के रिटायरमेंट के दिन यह फैसला संभावित है। मुख्य सचिव की दौड़ में वरिष्ठ IAS अधिकारी सुब्रत साहू सबसे आगे बताए जा रहे हैं, वहीं मनोज पिंगुआ का नाम भी गंभीरता से चर्चा में है।

इससे एक दिन पहले मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय ने राज्यपाल विश्वभूषण हरिचंदन से अचानक मुलाकात की, जिसे राजनीतिक और प्रशासनिक दृष्टिकोण से अहम माना जा रहा है। सीएम सचिवालय ने तस्वीरें साझा कर मुलाकात की पुष्टि की है और बताया कि “राज्य हित के मुद्दों” पर चर्चा हुई।

सुब्रत साहू: सबसे संभावित दावेदार

1992 बैच के आईएएस सुब्रत साहू वर्तमान में धर्मस्व विभाग में एसीएस हैं और रामलला तीर्थ दर्शन योजना में महत्वपूर्ण भूमिका निभा रहे हैं। उन्हें देश के 50 प्रभावशाली IAS में भी शुमार किया गया है।

मनोज पिंगुआ: एक मजबूत विकल्प

1994 बैच के वरिष्ठ अधिकारी मनोज पिंगुआ, वर्तमान में गृह एवं जेल विभाग के अपर मुख्य सचिव हैं। शांत, साफ-सुथरी छवि और प्रशासनिक अनुभव के कारण वे भी मजबूत दावेदार माने जा रहे हैं। मुख्यमंत्री सचिवालय में भी उनकी गहरी पैठ मानी जाती है। हाल ही में पिंगुआ की दिल्ली यात्रा और पीएमओ अधिकारियों से मुलाकात ने अटकलों को और बल दिया है।

अन्य नाम भी चर्चा में

रेणु पिल्ले (1991 बैच), ऋचा शर्मा, निधि छिब्बर, और सुबोध सिंह जैसे वरिष्ठ अधिकारियों के नाम भी सामने आए हैं, लेकिन प्रमुख दावेदारों की दौड़ फिलहाल साहू और पिंगुआ के बीच मानी जा रही है।


स्थायी DGP की नियुक्ति पर भी निगाहें

प्रदेश में फिलहाल अरुण देव गौतम अस्थायी डीजीपी हैं। परंपरा रही है कि कार्यकारी प्रभारी को ही स्थायी नियुक्ति दी जाती है, ऐसे में गौतम के नाम की संभावना मजबूत मानी जा रही है।


मंत्रिमंडल विस्तार की सुगबुगाहट तेज

प्रदेश मंत्रिमंडल में इस समय दो पद खाली हैं। बृजमोहन अग्रवाल के इस्तीफे के बाद खाली हुई सीट और पहले से रिक्त पद को लेकर नए मंत्रियों की घोषणा कभी भी हो सकती है। सरगुजा संभाग से सबसे अधिक मंत्री हैं, जबकि रायपुर, दुर्ग और बस्तर से केवल एक-एक मंत्री हैं। ऐसे में इन क्षेत्रों से प्रतिनिधित्व बढ़ने की उम्मीद है।