ICICI बैंक के रिलेशनशिप मैनेजर का काला खेल: साइबर अपराधियों से मिलकर निकाले लाखों रुपये
आईसीआईसीआई बैंक में हुए लाखों रुपये के धोखाधड़ी मामले ने सबको चौंका दिया। इस धोखाधड़ी के पीछे बैंक का खुद का रिलेशनशिप मैनेजर कमल कुमावत था, जो साइबर अपराधियों से मिलकर खातों से पैसे निकाल रहा था। कमल ने बैंक के ग्राहकों के खातों को निशाना बना, और उनकी जानकारी का गलत इस्तेमाल करते हुए लाखों रुपये चुराए। कमल पहले एक टेलीपरफार्मेंस कंपनी में काम करता था, जहां उसे ढाई लाख रुपये की साइबर ठगी का शिकार होना पड़ा था। कोरोना के दौरान नौकरी गंवाने के बाद उसने आईसीआईसीआई बैंक जॉइन किया। एक दिन उसे अंजान नंबर से कॉल आया, जिसमें आरोपित ने उसे बताया कि वह उसकी पुरानी ठगी से उबार सकता है। शुरुआत में उसने कमल को बीमा में गड़बड़ी करने का प्रलोभन दिया, लेकिन जब कमल ने मना कर दिया तो उसने बैंक खातों से पैसे निकालने का तरीका बताया।
आरोपित ने कमल से बैंक के अकाउंट डिटेल्स प्राप्त किए, पासवर्ड रीसेट करवाए और ओटीपी का इस्तेमाल कर खाते से लाखों रुपये निकाल लिए। इस धोखाधड़ी में उसने लुधियाना, इंदौर और अन्य शहरों के सात खातों से 53 लाख रुपये निकाल लिए। कमल को बदले में करीब 10 लाख रुपये का कमीशन मिला, और उसने इस राशि को ई-गोल्ड में बदलवाकर ज्वेलर्स से कैश करवाया।
जांच में यह भी पता चला कि बैंक के सिस्टम में भी गड़बड़ी थी, क्योंकि पासवर्ड रीसेट करने के लिए ओटीपी बैंक के सिस्टम पर आ रहा था, जिससे अपराधी के लिए यह काम और भी आसान हो गया। अब पुलिस इस मामले की जांच कर रही है और बैंक की लापरवाही की भी जांच हो रही है। यह मामला साइबर धोखाधड़ी के एक नए और हाईटेक तरीके को उजागर करता है, जिसमें न सिर्फ एक कर्मचारी, बल्कि बैंक की भी लापरवाही सामने आई है।
