भ्रष्टाचार के आरोप में बिलासपुर RTO आनंद रूप तिवारी सस्पेंड
रायपुर – छत्तीसगढ़ शासन ने बिलासपुर के क्षेत्रीय परिवहन अधिकारी (RTO) आनंद रूप तिवारी को निलंबित कर दिया है। तिवारी पर बिलासपुर के अनुविभागीय अधिकारी (SDM) रहते हुए अरपा भैंसाझार परियोजना के लिए की गई भूमि अधिग्रहण प्रक्रिया में गड़बड़ी करने और शासन को आर्थिक नुकसान पहुंचाने के गंभीर आरोप हैं।
✔ क्या हैं आरोप?
तिवारी और अन्य अधिकारियों पर आरोप है कि उन्होंने भूमि अधिग्रहण में एक ही खसरे को अलग-अलग रकबे में दिखाकर 3.42 करोड़ रुपए से अधिक की अनियमितता की। यह गड़बड़ी अरपा-भैंसाझार नहर निर्माण परियोजना के अंतर्गत चकरभाठा क्षेत्र में हुई।
किस पर गिरी गाज?
इस मामले में पूर्व में जांच रिपोर्ट सामने आने के बावजूद कार्रवाई नहीं हुई थी। अब दोबारा जांच के बाद राजस्व निरीक्षक मुकेश साहू को बर्खास्त कर दिया गया है और अन्य दोषी अधिकारियों के खिलाफ अनुशासनात्मक कार्रवाई की सिफारिश की गई है।

सस्पेंड हुए RTO आनंद रूप तिवारी के अलावा जिन अधिकारियों को दोषी माना गया है, उनके नाम इस प्रकार हैं:
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कीर्तिमान सिंह राठौर (तत्कालीन SDM, वर्तमान में रायपुर अपर कलेक्टर)
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मोहर साय सिदार (तत्कालीन नायब तहसीलदार)
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राहुल सिंह (तत्कालीन राजस्व निरीक्षक)
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दिलशाद अहमद (तत्कालीन पटवारी)
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आरएस नायडू, अशोक तिवारी (जल संसाधन विभाग)
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राजेंद्र प्रसाद मिश्रा, आरपी द्विवेदी (तत्कालीन SDO तखतपुर)
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आरके राजपूत (उप अभियंता)
अरपा भैंसाझार परियोजना: अधूरी लेकिन महत्वपूर्ण
यह परियोजना 2013 में शुरू हुई थी और इसका उद्देश्य बिलासपुर जिले के तीन ब्लॉकों के 102 गांवों में 25,000 हेक्टेयर कृषि भूमि तक सिंचाई पहुंचाना है। इसकी शुरुआती लागत 606 करोड़ रुपए थी, जो अब बढ़कर 1141 करोड़ रुपए हो गई है। अभी तक 95% कार्य पूरा हो चुका है, और दावा किया जा रहा है कि 2025 के अंत तक यह पूरी हो जाएगी।
इस योजना का शिलान्यास पूर्व उपप्रधानमंत्री लालकृष्ण आडवाणी ने 2013 में किया था। निर्माण का कार्य राधेश्याम अग्रवाल / सुनील अग्रवाल की एजेंसी द्वारा किया जा रहा है।
