बस्तर के युवाओं की लहर: राष्ट्रीय ट्राइबल कायाकिंग-एंड-कैनोइंग चैंपियनशिप में 10 मेडल
 
                छत्तीसगढ़ के खेल संस्कृति में नई ऊर्जा, बस्तर के खिलाड़ियों ने रचा इतिहास
रायपुर/जगदलपुर। खेल के क्षेत्र में छत्तीसगढ़ ने एक बार फिर अपनी पहचान मजबूत की है। राष्ट्रीय ट्राइबल कायाकिंग-एंड-कैनोइंग चैंपियनशिप में बस्तर के युवाओं ने शानदार प्रदर्शन करते हुए कुल 10 मेडल अपने नाम किए हैं। यह उपलब्धि राज्य के खेल जगत के लिए गर्व का क्षण मानी जा रही है।
बस्तर के खिलाड़ी बने चैंपियन
इस प्रतियोगिता में छत्तीसगढ़ की टीम ने 5 स्वर्ण, 3 रजत और 2 कांस्य पदक जीते। सभी मेडलिस्ट खिलाड़ी बस्तर, दंतेवाड़ा और नारायणपुर जिलों से हैं। कोचों का कहना है कि खिलाड़ियों ने कठिन परिस्थितियों में लगातार अभ्यास कर यह सफलता हासिल की।
खेल संस्कृति में नई लहर
खेल विशेषज्ञों का मानना है कि यह जीत छत्तीसगढ़ के खेल संस्कृति में नई ऊर्जा का संकेत है। बस्तर के आदिवासी इलाकों से निकलकर राष्ट्रीय स्तर पर पदक जीतना इस बात का प्रमाण है कि अब राज्य के ग्रामीण और जनजातीय युवा भी अंतरराष्ट्रीय मंचों के लिए तैयार हो रहे हैं।
राज्य सरकार करेगी सम्मान
राज्य के खेल मंत्री ने खिलाड़ियों को बधाई देते हुए कहा कि बस्तर के इन प्रतिभाशाली युवाओं को राज्य स्तरीय खेल सम्मान दिया जाएगा। साथ ही भविष्य में उन्हें स्पोर्ट्स स्कॉलरशिप और प्रोफेशनल ट्रेनिंग की सुविधा भी उपलब्ध कराई जाएगी।
कोच का कहना
टीम के कोच ने कहा —
“बस्तर के बच्चे नदी और जल से बचपन से जुड़े रहते हैं। यही उनका आत्मविश्वास और संतुलन प्रतियोगिता में काम आया। आगे ये खिलाड़ी भारत का नाम अंतरराष्ट्रीय मंच पर भी रोशन करेंगे।”

