छत्तीसगढ़ की झांकी ‘बस्तर की बदलती पहचान’ से राष्ट्रीय एकता परेड में गूँजेगी विकास की गाथा
रायपुर: आगामी 31 अक्टूबर को सरदार वल्लभभाई पटेल की जयंती पर आयोजित होने वाली राष्ट्रीय एकता परेड-2025 में छत्तीसगढ़ की झांकी ‘बस्तर की बदलती पहचान’ प्रदर्शित की जाएगी। यह झांकी बस्तर की समृद्ध सांस्कृतिक विरासत के साथ-साथ विकास की नई दिशा को भी दर्शाएगी, जो राज्य की बदलती छवि को राष्ट्रीय पटल पर प्रस्तुत करेगी।
सी एम साय ने दी जन संपर्क विभाग को बधाई
मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय ने इस उपलब्धि के लिए जनसंपर्क विभाग को बधाई दी है, और इसे राज्य के लिए गर्व का क्षण बताया है।
बस्तर का बदलता चेहरा
इस झांकी का मुख्य उद्देश्य बस्तर की उस कहानी को सुनाना है, जो दशकों से संघर्ष और नक्सलवाद से जूझ रहा था, लेकिन अब विकास, शांति और विश्वास की राह पर आगे बढ़ रहा है। झांकी में बस्तर के जनजातीय जीवन, पारंपरिक लोकनृत्य, वेशभूषा, ढोकरा धातु कला और आदिवासी चित्रकला का सजीव चित्रण होगा। यह कला और संस्कृति के आधुनिक विकास के साथ सामंजस्य को भी दर्शाएगी।
इस झांकी का मुख्य उद्देश्य बस्तर की उस कहानी को सुनाना है, जो दशकों से संघर्ष और नक्सलवाद से जूझ रहा था, लेकिन अब विकास, शांति और विश्वास की राह पर आगे बढ़ रहा है। झांकी में बस्तर के जनजातीय जीवन, पारंपरिक लोकनृत्य, वेशभूषा, ढोकरा धातु कला और आदिवासी चित्रकला का सजीव चित्रण होगा। यह कला और संस्कृति के आधुनिक विकास के साथ सामंजस्य को भी दर्शाएगी।
भय से विश्वास की ओर
झांकी का केंद्रीय संदेश ‘संघर्ष से विकास की ओर, भय से विश्वास की ओर’ है। यह बताएगा कि कैसे सरकार की पुनर्वास और विकासोन्मुखी नीतियों ने नक्सल प्रभावित क्षेत्रों में स्थायी परिवर्तन लाया है। झांकी में दर्शाए गए प्रतीक, शिक्षा, स्वास्थ्य, और औद्योगिक विकास के माध्यम से बस्तर के उज्ज्वल भविष्य का प्रतिनिधित्व करेंगे।
झांकी का केंद्रीय संदेश ‘संघर्ष से विकास की ओर, भय से विश्वास की ओर’ है। यह बताएगा कि कैसे सरकार की पुनर्वास और विकासोन्मुखी नीतियों ने नक्सल प्रभावित क्षेत्रों में स्थायी परिवर्तन लाया है। झांकी में दर्शाए गए प्रतीक, शिक्षा, स्वास्थ्य, और औद्योगिक विकास के माध्यम से बस्तर के उज्ज्वल भविष्य का प्रतिनिधित्व करेंगे।
राष्ट्रीय स्तर पर पहचान
मुख्यमंत्री साय ने इस चयन पर अपनी खुशी व्यक्त करते हुए कहा, “यह चयन छत्तीसगढ़ की सांस्कृतिक विविधता, लोक परंपरा और एकता के भाव की राष्ट्रीय स्तर पर पहचान है।” यह झांकी देश भर के दर्शकों को छत्तीसगढ़ की अद्भुत ‘एकता में विविधता’ की झलक प्रदान करेगी।
मुख्यमंत्री साय ने इस चयन पर अपनी खुशी व्यक्त करते हुए कहा, “यह चयन छत्तीसगढ़ की सांस्कृतिक विविधता, लोक परंपरा और एकता के भाव की राष्ट्रीय स्तर पर पहचान है।” यह झांकी देश भर के दर्शकों को छत्तीसगढ़ की अद्भुत ‘एकता में विविधता’ की झलक प्रदान करेगी।
भव्य परेड का हिस्सा
गुजरात के एकता नगर में स्टैच्यू ऑफ यूनिटी के पास आयोजित होने वाली इस परेड में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह सहित कई गणमान्य व्यक्ति उपस्थित रहेंगे। छत्तीसगढ़ के साथ-साथ जम्मू-कश्मीर, गुजरात, महाराष्ट्र, मणिपुर, उत्तराखंड, पुडुचेरी, अंडमान और निकोबार द्वीप समूह, एनडीआरएफ, और एनएसजी की झांकियां भी इस भव्य आयोजन का हिस्सा होंगी।
गुजरात के एकता नगर में स्टैच्यू ऑफ यूनिटी के पास आयोजित होने वाली इस परेड में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह सहित कई गणमान्य व्यक्ति उपस्थित रहेंगे। छत्तीसगढ़ के साथ-साथ जम्मू-कश्मीर, गुजरात, महाराष्ट्र, मणिपुर, उत्तराखंड, पुडुचेरी, अंडमान और निकोबार द्वीप समूह, एनडीआरएफ, और एनएसजी की झांकियां भी इस भव्य आयोजन का हिस्सा होंगी।
यह झांकी छत्तीसगढ़ के समृद्ध इतिहास, संस्कृति और आधुनिक विकास का एक ऐसा अनूठा मिश्रण पेश करेगी, जो निश्चित रूप से सभी का ध्यान आकर्षित करेगा।
