IED ब्लास्ट में शहीद हुए ASP आकाश राव गिरिपुंजे, तिरंगे में लिपटा पार्थिव शरीर पहुंचा रायपुर

छत्तीसगढ़ के सुकमा जिले के कोंटा क्षेत्र में नक्सलियों द्वारा किए गए IED ब्लास्ट में एडिशनल एसपी आकाश राव गिरिपुंजे शहीद हो गए। मूल रूप से रायपुर निवासी आकाश राव का पार्थिव शरीर देर शाम तिरंगे में लिपटकर उनके घर पहुंचा, जहां गमगीन माहौल में परिवार और पुलिस अधिकारियों ने उन्हें श्रद्धांजलि दी।
उनकी पत्नी, माता-पिता और बच्चों के साथ मौजूद हर व्यक्ति की आंखें नम थीं। इसी बीच शहीद आकाश राव का एक पुराना वीडियो सोशल मीडिया पर सामने आया है, जिसमें वे एक शादी समारोह में गाना गाते नजर आ रहे हैं। यह वीडियो 3 साल पुराना है, जब वे अपने IPS दोस्त रत्ना सिंह की शादी में शामिल हुए थे। समारोह में माइक थामकर उन्होंने गीत गाया, जिस पर साथी पुलिसकर्मी झूम उठे थे। यह वीडियो उनकी जिंदादिली और मिलनसार स्वभाव की झलक देता है।
आकाश राव गिरिपुंजे 42 वर्ष के थे। उनका जन्म 7 फरवरी 1983 को रायपुर में हुआ था। वे 2013 बैच के योग्य पुलिस अधिकारी थे। उनके परिवार में पिता गोविंद राव गिरिपुंजे, माता मंदा गिरिपुंजे, पत्नी स्नेहा गिरिपुंजे, पुत्र सिद्धांत और पुत्री पीहू गिरिपुंजे हैं।
अपने करियर के दौरान उन्होंने चंद्रशेखर आजाद पुलिस अकादमी चंदखुरी, रायपुर, कांकेर, राजनांदगांव, मानपुर, मोहला, दुर्ग, महासमुंद और हाल ही में सुकमा के कोंटा में सेवा दी। सेवा के दौरान कर्तव्य निभाते हुए वे IED ब्लास्ट की चपेट में आकर वीरगति को प्राप्त हुए।
आकाश राव गिरिपुंजे को हमेशा एक कर्तव्यनिष्ठ, साहसी और संवेदनशील अधिकारी के रूप में याद किया जाएगा। उनका बलिदान हमेशा प्रेरणा देता रहेगा।