अरुण देव गौतम को छत्तीसगढ़ का नया पुलिस महानिदेशक (डीजीपी) नियुक्त किया गया है। इस आदेश के मुताबिक, वे विष्णुदेव सरकार के तहत छत्तीसगढ़ पुलिस महानिदेशक के अतिरिक्त प्रभार को संभालेंगे। अधिकारियों के नाम दिल्ली यूपीएससी को भेजे गए थे, जिसके बाद उनका नाम तय किया गया है।
बता दें कि पूर्व डीजीपी अशोक जुनेजा का कार्यकाल सोमवार को समाप्त हो गया था। उन्हें दो बार सेवा विस्तार मिला था, लेकिन इस बार अब तक कोई नया आदेश जारी नहीं हुआ था।
अरुण देव गौतम का परिचय
अरुण देव गौतम उत्तर प्रदेश के फतेहपुर जिले के अभयपुर गांव से आते हैं। उनका जन्म 2 जुलाई 1967 को हुआ था। वे एक किसान परिवार से ताल्लुक रखते हैं और परिवार में पांच भाई और एक बहन हैं। शुरुआती शिक्षा उन्होंने अपने गांव के सरकारी स्कूल से प्राप्त की। इसके बाद आगे की पढ़ाई के लिए वे प्रयागराज (इलाहाबाद) आ गए, जहां उन्होंने राजकीय इंटर कॉलेज से 10वीं और 12वीं की शिक्षा ली। इसके बाद इलाहाबाद विश्वविद्यालय से आर्ट्स में बीए और राजनीति शास्त्र में एमए किया।
शिक्षा और यूपीएससी की तैयारी
अरुण देव गौतम ने जवाहरलाल नेहरू विश्वविद्यालय (जेएनयू), नई दिल्ली से अंतरराष्ट्रीय कानून में एमफिल की डिग्री प्राप्त की। इसके बाद उन्होंने पीएचडी भी शुरू की। यूपीएससी की परीक्षा में पहली बार असफल होने के बाद उन्होंने मेहनत और संकल्प के साथ तैयारी जारी रखी और दूसरी बार सफलता प्राप्त की, जिससे वे आईपीएस बने।
आईपीएस के रूप में करियर
अरुण देव गौतम 1992 बैच के आईपीएस अधिकारी हैं। उन्होंने 12 अक्टूबर 1992 को आईपीएस की सर्विस जॉइन की और शुरुआत में मध्यप्रदेश कैडर में पोस्टिंग हुई। प्रशिक्षु आईपीएस के तौर पर उनकी पहली पोस्टिंग जबलपुर में हुई। इसके बाद उन्होंने बिलासपुर में सीएसपी, कवर्धा में एसडीओपी और भोपाल में एडिशनल एसपी के रूप में कार्य किया। वे मध्यप्रदेश पुलिस की 23वीं बटालियन के कमांडेंट भी रहे। एसपी के रूप में उनका पहला जिला राजगढ़ था, जहां उन्होंने अपनी सेवा दी।
अरुण देव गौतम का कार्यकाल छत्तीसगढ़ के पुलिस प्रमुख के रूप में शुरू होने जा रहा है, और उनकी नियुक्ति से प्रदेश की पुलिस व्यवस्था में नए बदलाव की उम्मीद की जा रही है।