अमेरिका में वीज़ा नियमों में सख्ती, H-1B और H-4 आवेदनों की जांच कड़ी
अमेरिका ने वीज़ा प्रक्रिया को लेकर नियमों में और सख्ती कर दी है। विशेष रूप से H-1B और H-4 वीज़ा आवेदनों की जांच अब पहले से अधिक कड़ी कर दी गई है। नए दिशा-निर्देशों के तहत वीज़ा आवेदकों के सोशल मीडिया वेरिफिकेशन को भी जांच प्रक्रिया में शामिल किया गया है।
अमेरिकी प्रशासन का कहना है कि यह कदम राष्ट्रीय सुरक्षा और आव्रजन प्रणाली की पारदर्शिता को मजबूत करने के उद्देश्य से उठाया गया है। वीज़ा अधिकारी अब आवेदकों की ऑनलाइन गतिविधियों, सार्वजनिक प्रोफाइल और डिजिटल उपस्थिति का आकलन करेंगे ताकि किसी भी तरह की गलत जानकारी या संदिग्ध गतिविधि की पहचान की जा सके।
H-1B वीज़ा मुख्य रूप से विदेशी पेशेवरों को अमेरिका में काम करने की अनुमति देता है, जबकि H-4 वीज़ा उनके आश्रितों के लिए जारी किया जाता है। नए नियमों के बाद इन श्रेणियों के तहत आवेदन करने वालों को अतिरिक्त दस्तावेज़ और विस्तृत जानकारी देने की आवश्यकता पड़ सकती है, जिससे वीज़ा प्रक्रिया में समय बढ़ने की संभावना है।
विशेषज्ञों का मानना है कि इन बदलावों का असर भारतीय आईटी पेशेवरों और उनके परिवारों पर भी पड़ेगा, क्योंकि H-1B वीज़ा के सबसे अधिक आवेदक भारत से होते हैं। हालांकि, अमेरिकी प्रशासन का तर्क है कि सख्त जांच से वीज़ा प्रणाली अधिक सुरक्षित और विश्वसनीय बनेगी।
वीज़ा सलाहकारों ने आवेदकों को सलाह दी है कि वे अपने सोशल मीडिया प्रोफाइल पर साझा की गई जानकारी को लेकर सतर्क रहें और आवेदन के दौरान दी गई सभी जानकारियां सटीक व सत्यापित हों, ताकि किसी भी तरह की परेशानी से बचा जा सके।
