रायपुर के पूर्व MIC सदस्य अजीत कुकरेजा समेत 18 नेताओं की कांग्रेस में घर वापसी हो चुकी है, लेकिन इस फैसले का विरोध हो रहा है। रायपुर उत्तर से पूर्व विधायक कुलदीप जुनेजा खुलकर अपनी नाराजगी जाहिर कर चुके हैं। हालांकि, उन्होंने पार्टी की छानबीन समिति के फैसले को स्वीकार किया है।
पूर्व विधायक कुलदीप जुनेजा का कहना है कि, ऐसे नेताओं को चुनाव में टिकट देने के बारे में सोचना भी नहीं चाहिए। उन्होंने कहा कि, पैसा खुदा तो नहीं, खुदा की कसम, खुदा से कम भी नहीं। इस पर अजीत कुकरेजा ने कहा कि मेरे बारे में फैसला मैं खुद लूंगा। वो अपने बारे में निर्णय ले सकते हैं, लेकिन मेरे बारे में फैसला लेने का हक उन्हें नहीं है।
सवाल: पार्टी ने अजीत कुकरेजा को कांग्रेस में शामिल कर लिया है, आप विरोध करते रहे हैं, इस पर आपकी क्या प्रतिक्रिया है?
जवाब: कांग्रेस ने मुझ पर भरोसा कर 4 बार टिकट दिया, लेकिन कुकरेजा परिवार ने हमेशा कांग्रेस के खिलाफ काम किया। पूरा शहर जानता है कि उन्होंने कांग्रेस का विरोध किया है। मैंने इसकी शिकायत भी की थी, लेकिन फिर भी संगठन और छानबीन समिति ने उन्हें वापस लिया।
यह राष्ट्रीय स्तर की एक बड़ी समिति है, जो भी फैसला लिया गया, वह मान्य है। मैं इसके खिलाफ कुछ नहीं कह सकता, लेकिन मैं मानता हूं कि ऐसे लोगों की वापसी नहीं होनी चाहिए, क्योंकि उन्होंने हमेशा पार्टी का नुकसान किया है और करते रहेंगे।
सवाल: अब कुकरेजा कांग्रेस में लौट आए हैं, तो वे टिकट की भी मांग करेंगे। पहले भी वे रायपुर उत्तर से टिकट मांग चुके हैं, जहां से आप चुनाव लड़ते आए हैं।
जवाब: ऐसे लोगों को टिकट मांगने के बारे में सोचना भी नहीं चाहिए, जिन लोगों ने कांग्रेस के खिलाफ काम किया है, वे किस आधार पर टिकट मांगेंगे? पार्टी भविष्य में जो भी निर्णय लेगी, उसे हम मानेंगे, लेकिन मेरा साफ तौर पर कहना है कि ऐसे लोगों को टिकट नहीं मिलनी चाहिए।
सवाल: छानबीन समिति में आपकी ही पार्टी के वरिष्ठ नेता हैं, जिन्होंने कुकरेजा की वापसी कराई है। जब चुनाव आएंगे, तो वे टिकट की मांग करेंगे।
जवाब: समिति का निर्णय स्वीकार है, लेकिन मैं यही कहूंगा कि “पैसा खुदा तो नहीं, खुदा की कसम, खुदा से कम भी नहीं।”
सवाल: कांग्रेस में आपकी वापसी हो गई, विरोध के दौरान इस पूरे प्रोसेस को कैसे देखते हैं?
जवाब: मैंने लोकसभा चुनाव से पहले ही वापसी का आवेदन दिया था। पीसीसी अध्यक्ष दीपक बैज ने मुझसे कांग्रेस कैंडिडेट का समर्थन करने को कहा, जो मैंने किया। इसके बाद रायपुर दक्षिण उपचुनाव में भी कांग्रेस प्रत्याशी आकाश शर्मा के लिए काम किया। उन्होंने ये लिखकर दिया, फिर भी विरोध के चलते वापसी नहीं हो पाई।
इसके बाद प्रदेश प्रभारी सचिन पायलट के निर्देश पर कमेटी बनी, जिसने मेरी वापसी को मंजूरी दी। मैंने नगर निगम चुनाव में भी पार्टी के लिए काम किया। पार्टी के प्रत्याशियों के लिए दिल से मेहनत की। इसे पार्टी ने देखा और चुनाव के बाद ये आदेश जारी किया।
सवाल: आपकी वापसी पर कुलदीप जुनेजा लगातार विरोध जता रहे हैं?
जवाब: विरोध करना ठीक है, लेकिन पार्टी या नेताओं पर आरोप नहीं लगाने चाहिए। उन्हें 4 बार टिकट मिला, निगम-मंडल में भी पद मिला, तब हमने कभी आरोप नहीं लगाए। सब कुछ उन्हें मिला। ये आरोप हम पर लगा रहे हैं। हमें पार्टी और पार्टी के नेताओं पर पूरा भरोसा है।
वे सीनियर लीडर हैं, उन्हें ऐसी बातें नहीं करनी चाहिए। मैं मानता हूं कि मेरे चुनाव लड़ने से जो चीजें गलत हुई, उसे ठीक किया जा सकता है। वे वरिष्ठ नेता हैं, मैं उनसे मिलने की कोशिश करूंगा।
सवाल: क्या आप विधानसभा चुनाव के लिए टिकट की मांग करेंगे?
जवाब: अभी चुनाव में समय है। फिलहाल पार्टी को मजबूत करने और लोगों को जोड़ने का काम करेंगे। पार्टी जो भी निर्णय लेगी, हम निष्ठा से पालन करेंगे।
सवाल: जुनेजा कह रहे हैं कि कुकरेजा को टिकट मांगने का हक नहीं, सोचना भी नहीं चाहिए।
जवाब: मेरे बारे में फैसला मैं खुद लूंगा। वे अपने बारे में निर्णय ले सकते हैं, लेकिन मेरे बारे में कोई और फैसला नहीं ले सकता। कांग्रेस एक लोकतांत्रिक पार्टी है, यहां सबको टिकट मांगने का हक है। लेकिन टिकट मांगने वाले को दुश्मन नहीं समझना चाहिए।
साथ मिलकर काम करें तो ये नौबत ही नहीं आएगी कि किसी को निर्दलीय चुनाव लड़ना पड़े। जिसे भी टिकट मिलती है, उसे मिलकर जीताएंगे, लेकिन 5 साल आप अगर दूसरे प्रत्याशी को गाली देंगे या उसका दुष्प्रचार करोगे तो ये गलत है।
सवाल: जुनेजा ने आपकी वापसी पर एक शायरी भी कह दी “पैसा खुदा तो नहीं, खुदा की कसम, खुदा से कम भी नहीं?”
जवाब: मेरे खिलाफ कहने के लिए उनके पास कुछ नहीं है। मेरी छवि बेदाग रही है, न कोई विवाद, न भ्रष्टाचार का आरोप। 2009 से यही बात कही जा रही है, पहले मेरे पिताजी के लिए भी यही कहा गया। लेकिन मैं इसे बचकाना बयान मानता हूं।
सवाल: क्या आप जुनेजा से मुलाकात करेंगे?
जवाब: बिल्कुल, मैं मिलूंगा। अब यह उन पर है कि वे इसे पॉजिटिव लेते हैं या फिर नेगेटिव। लेकिन मैं अपनी तरफ से पहल जरूर करूंगा।