मूडीज़ का प्रोजेक्शन: भारत 2027 तक G-20 में सबसे तेज़ी से बढ़ने वाली अर्थव्यवस्था, ग्रोथ ट्रैक पर हाई-विजिबिलिटी मोमेंटम

मूडीज़ रेटिंग्स ने अपनी नवीनतम ‘ग्लोबल मैक्रो आउटलुक’ रिपोर्ट में भारत की आर्थिक क्षमता को लेकर एक अत्यंत सकारात्मक मूल्यांकन जारी किया है। रिपोर्ट के अनुसार, भारत आने वाले दो वर्षों—अर्थात 2027 तक—लगभग 6.5% की सतत वार्षिक वृद्धि के साथ G-20 देशों में सबसे तेज़ी से बढ़ने वाली अर्थव्यवस्था के रूप में उभरता रहेगा।

📈 ग्रोथ को ड्राइव करने वाले प्रमुख इंजन

मूडीज़ का विश्लेषण संकेत देता है कि भारत की यह उच्च-विकास यात्रा कई स्ट्रक्चरल फोर्सेज द्वारा समर्थित है:

  • बड़े पैमाने पर इंफ्रास्ट्रक्चर कैपेक्स: सरकार और प्राइवेट सेक्टर द्वारा किए जा रहे हाई-इंटेंसिटी इंफ्रास्ट्रक्चर इन्वेस्टमेंट्स से आर्थिक गतिविधियों में ठोस उछाल बना हुआ है।

  • मजबूत घरेलू उपभोक्ता मांग: तेजी से बढ़ता मिडल क्लास, बढ़ता डिजिटल पेमेंट इकोसिस्टम और स्थिर आय ढांचा उपभोग को लगातार बढ़ावा दे रहा है।

  • निर्यात में विविधीकरण: भारत की सप्लाई चेन रणनीति, नए व्यापार साझेदारियों और मैन्युफैक्चरिंग-ड्रिवन एक्सपोर्ट मॉडल ने वैश्विक अनिश्चितताओं के बावजूद ट्रैक्शन बनाए रखा है।

भले ही अमेरिका द्वारा प्रस्तावित Trump-era टैरिफ स्ट्रक्चर का कुछ सीमित प्रभाव हो सकता है, रिपोर्ट स्पष्ट करती है कि भारत की व्यापक आर्थिक स्थिरता इस प्रभाव को प्रभावी ढंग से अवशोषित करने में सक्षम है।

🏦 मौद्रिक नीति और मूल्य स्थिरता ने बढ़ाया विश्वास

रिपोर्ट यह भी रेखांकित करती है कि RBI की तटस्थ मौद्रिक नीति, नियंत्रित मुद्रास्फीति और वित्तीय स्थिरता ने घरेलू विकास माहौल को निरंतर सकारात्मक बनाए रखा है। लो-इन्फ्लेशनरी एनवायरनमेंट ने—

  • निवेश भावना को मजबूत किया

  • क्रेडिट फ्लो को सुचारू रखा

  • उपभोग-आधारित ग्रोथ मॉडल को अतिरिक्त गति दी

🌍 भारत का ग्लोबल पोजिशनिंग मजबूत

यह अनुमान भारत की वैश्विक आर्थिक विश्वसनीयता, नीति स्थिरता और हाई-परफॉर्मेंस ग्रोथ प्रोफाइल को अंतरराष्ट्रीय स्तर पर और अधिक मजबूत करता है—G-20 क्षेत्र में भारत को एक high-resilience, high-opportunity economy के रूप में स्थापित करता है।

You may have missed