छत्तीसगढ़ में बिहार की तर्ज पर होगा SIR सर्वे, आज शाम निर्वाचन आयुक्त करेंगे घोषणा
विवरण:
छत्तीसगढ़ में अब बिहार की तरह SIR (State Institutional Review) सर्वे किया जाएगा। राज्य निर्वाचन आयोग आज शाम इस सर्वे की औपचारिक घोषणा करने जा रहा है। बताया जा रहा है कि आयोग पहले ही टॉप-टेबल एक्सरसाइज पूरी कर चुका है, जिससे सर्वे की तैयारी लगभग पूरी हो चुकी है।
पूर्ण समाचार:
रायपुर, 27 अक्टूबर 2025 —
छत्तीसगढ़ में अब बिहार की तर्ज पर SIR (State Institutional Review) सर्वे लागू होने जा रहा है। राज्य निर्वाचन आयोग आज शाम इस महत्वपूर्ण सर्वे की औपचारिक घोषणा करेगा। यह सर्वे राज्य में प्रशासनिक और निर्वाचन प्रक्रियाओं की पारदर्शिता बढ़ाने के उद्देश्य से शुरू किया जा रहा है।
सूत्रों के मुताबिक, राज्य निर्वाचन आयोग पहले ही टॉप-टेबल एक्सरसाइज (Top Table Exercise) पूरा कर चुका है, जिसमें सर्वे से जुड़ी तकनीकी, लॉजिस्टिक और डाटा-वेरिफिकेशन से संबंधित पहलुओं की समीक्षा की गई थी। अब आयोग इस दिशा में ज़मीनी स्तर पर कार्यवाही शुरू करने के लिए तैयार है।
बताया जा रहा है कि SIR सर्वे के तहत ग्राम पंचायत से लेकर नगर निगम तक की संस्थाओं का डेटा-संग्रह, जनप्रतिनिधियों के कार्यों की समीक्षा, विकास योजनाओं की प्रगति और जनसंतुष्टि से जुड़े पहलुओं का मूल्यांकन किया जाएगा।
राज्य निर्वाचन आयोग के अधिकारियों का कहना है कि यह सर्वे शासन और जनता के बीच जवाबदेही की नई प्रणाली को स्थापित करेगा। इससे न केवल विकास योजनाओं की निगरानी बेहतर होगी, बल्कि आगामी चुनावों में पारदर्शिता भी बढ़ेगी।
राज्य में यह पहला मौका होगा जब चुनाव आयोग बिहार मॉडल पर इस तरह का सर्वे लागू करेगा। बिहार में लागू SIR सर्वे को पारदर्शिता और सुशासन की दिशा में सफल कदम माना गया था, और अब छत्तीसगढ़ में भी इसे लेकर उम्मीदें बढ़ गई हैं।
मुख्य बिंदु:
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आज शाम निर्वाचन आयुक्त करेंगे औपचारिक घोषणा
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आयोग ने पहले ही टॉप-टेबल एक्सरसाइज पूरी की
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ग्राम पंचायत से लेकर नगर निगम तक होगा डेटा संग्रह
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पारदर्शिता और जवाबदेही बढ़ाने पर जोर
निष्कर्ष:
SIR सर्वे से छत्तीसगढ़ में शासन की पारदर्शिता और प्रशासनिक दक्षता को नया आयाम मिल सकता है। अब निगाहें इस पर टिकी हैं कि आयोग आज शाम किन मुख्य बिंदुओं के साथ आधिकारिक घोषणा करता है।
