IPS डांगी उत्पीड़न केस में नया मोड़: शिकायतकर्ता योग शिक्षिका के बहन-जीजा बोले – “उसके आरोप झूठे, पापा को भी इसी तरह बदनाम किया”
रायपुर।
छत्तीसगढ़ में चर्चित IPS डांगी उत्पीड़न केस में अब नया मोड़ आ गया है। जिस योग शिक्षिका ने आईपीएस अधिकारी पर गंभीर आरोप लगाए थे, अब उसी के परिवार के सदस्य – उसकी बहन और जीजा सामने आए हैं। उन्होंने मीडिया के सामने कहा है कि शिकायतकर्ता के आरोप पूरी तरह झूठे हैं और वह पहले भी इस तरह के झूठे आरोप लगाकर परिवार की बदनामी कर चुकी है।
परिवार ने लगाए गंभीर आरोप शिकायतकर्ता पर
शिकायतकर्ता योग शिक्षिका की बहन और जीजा ने बताया कि उसकी हरकतों से पूरा परिवार परेशान है।
उन्होंने कहा —
“वह पहले अपने पिता पर भी झूठे आरोप लगाकर उन्हें मानसिक रूप से परेशान कर चुकी है। अब उसने एक आईपीएस अधिकारी को निशाना बनाया है ताकि चर्चा में रह सके।”
दोनों परिजनों ने दावा किया कि शिक्षिका कई बार पारिवारिक विवादों और झूठे बयानों के कारण घर से अलग रह चुकी है। उन्होंने कहा कि “वह हर बात को तोड़-मरोड़कर पेश करती है, जिससे परिवार की प्रतिष्ठा पर असर पड़ता है।”
जांच में नया एंगल सामने आने की संभावना
परिवार के इन बयानों के बाद केस की दिशा बदलने की संभावना जताई जा रही है। पुलिस सूत्रों के मुताबिक, जांच टीम अब इन बयानों को भी केस डायरी का हिस्सा बना सकती है।
अगर यह साबित होता है कि शिकायतकर्ता ने पहले भी झूठे आरोप लगाए हैं, तो केस की पूरी स्थिति बदल सकती है।
एक वरिष्ठ पुलिस अधिकारी ने नाम न छापने की शर्त पर बताया —
“जांच में हर पक्ष की बात सुनी जाएगी। परिवार के बयान महत्वपूर्ण हैं, लेकिन अंतिम निष्कर्ष सबूतों पर आधारित होगा।”
सोशल मीडिया पर दो धड़े
इस केस को लेकर सोशल मीडिया पर लगातार बहस जारी है।
एक ओर जहां कुछ यूजर्स योग शिक्षिका के समर्थन में हैं, वहीं दूसरी ओर आईपीएस अधिकारी के समर्थन में भी बड़ी संख्या में लोग सामने आ रहे हैं।
परिवार के खुलासे के बाद अब जनता में भी सवाल उठने लगे हैं कि आखिर सच्चाई क्या है।
पुलिस मुख्यालय ने रखी कड़ी नजर
राज्य पुलिस मुख्यालय ने मामले पर करीबी नजर रखी हुई है।
सूत्रों के मुताबिक, उच्चाधिकारियों ने जांच टीम को किसी भी पक्ष से दबाव न लेने और निष्पक्ष जांच करने के निर्देश दिए हैं।
अभी तक जांच प्रारंभिक स्तर पर है और दोनों पक्षों से बयान दर्ज किए जा रहे हैं।
आगे क्या?
अब देखना यह होगा कि शिकायतकर्ता की बहन और जीजा के इन बयानों के बाद जांच किस दिशा में जाती है।
यदि आरोप झूठे साबित होते हैं, तो शिकायतकर्ता पर झूठी शिकायत दर्ज करने की कार्रवाई भी संभव है।
वहीं, अगर जांच में आईपीएस अधिकारी पर लगे आरोप सही पाए जाते हैं, तो विभागीय कार्रवाई तय है।
निष्कर्ष
IPS डांगी उत्पीड़न केस में परिवार का यह खुलासा केस को एक नए एंगल में ले गया है।
अब पुलिस और प्रशासन की जांच ही तय करेगी कि आरोपों के पीछे सच्चाई है या यह सिर्फ व्यक्तिगत रंजिश का परिणाम।
