DSP रश्मित कौर के नाम पर फर्जी WhatsApp अकाउंट, ठगी की कोशिश नाकाम

बिलासपुर। जिले में तैनात DSP रश्मित कौर चावला के नाम पर एक फर्जी WhatsApp अकाउंट बनाकर ठगी की कोशिश की गई है। साइबर अपराधी उनके परिचितों को मैसेज भेजकर पुराने फर्नीचर बेचने और पैसों की डिमांड कर रहे थे। इस मामले में DSP ने खुद सिविल लाइन थाने में शिकायत दर्ज कराई है। पुलिस ने धोखाधड़ी का मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी है।
🧾 कैसे हुआ खुलासा?
DSP रश्मित कौर को इस फर्जीवाड़े की जानकारी उनके परिचित कौशलेंद्र सारथी से मिली। उन्हें एक संदिग्ध WhatsApp मैसेज आया, जिसमें बताया गया कि रश्मित कौर पुराने फर्नीचर बेचना चाहती हैं। मैसेज देखकर शक हुआ, तो उन्होंने स्क्रीनशॉट लेकर सीधे DSP से संपर्क किया।
⚠️ फर्जीवाड़े का तरीका
ठगों ने DSP के नाम और फोटो का इस्तेमाल कर फर्जी अकाउंट बनाया और उनके संपर्कों में जुड़े लोगों को विभिन्न बहानों से पैसे भेजने की मांग की। यह एक ऐसा तरीका है जिसमें अपराधी पद, प्रतिष्ठा और पहचान का दुरुपयोग कर भरोसेमंद व्यक्तियों को निशाना बनाते हैं।
📝 DSP ने की त्वरित कार्रवाई
जानकारी मिलते ही DSP रश्मित कौर ने फर्जी अकाउंट की तस्दीक की और तुरंत सिविल लाइन थाना पहुंचकर केस दर्ज कराया। उन्होंने सारे साक्ष्य (मैसेज और स्क्रीनशॉट) पुलिस को सौंपे।
🔍 पुलिस जांच शुरू, साइबर सेल भी अलर्ट
पुलिस ने अज्ञात आरोपी के खिलाफ आईटी एक्ट और IPC की संबंधित धाराओं में केस दर्ज कर लिया है। साइबर सेल की टीम इस मामले की तकनीकी जांच कर रही है ताकि IP एड्रेस और डिवाइस की लोकेशन ट्रेस की जा सके।
💡 कैसे बचें ऐसी ठगी से?
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अगर किसी जान-पहचान वाले व्यक्ति से असामान्य मैसेज आए, तो सीधे कॉल कर पुष्टि करें।
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किसी भी अज्ञात लिंक या QR कोड पर क्लिक न करें।
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अपने सोशल मीडिया और ऐप्स के पासवर्ड समय-समय पर बदलें।
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कोई भी संदिग्ध गतिविधि दिखे तो तत्काल स्थानीय पुलिस या साइबर हेल्पलाइन को सूचित करें।