मानसून में छत्तीसगढ़ की वादियों में घूमने का परफेक्ट समय, जानिए प्रमुख पर्यटन स्थलों की खासियत
मानसून आते ही छत्तीसगढ़ की धरती हरियाली की चादर ओढ़ लेती है। झरने, जंगल और प्राकृतिक नज़ारे पूरे प्रदेश को एक नया रूप देते हैं। इस मौसम में परिवार या दोस्तों के साथ वीकेंड ट्रिप की योजना बनाने वालों के लिए यह बेहतरीन समय है।
गंगरेल डैम, धमतरी
धमतरी का गंगरेल बांध पर्यटन के लिहाज से शानदार डेस्टिनेशन बन चुका है। यहां सुंदर गार्डन और आर्टिफिशियल बीच बनाया गया है, जहां लोग परिवार के साथ बैठकर सुकून के पल बिताते हैं।
यहां वाटर साइक्लिंग, पैरासेलिंग, जिप लाइनिंग और बोटिंग जैसे रोमांचक वाटर स्पोर्ट्स भी उपलब्ध हैं। 50 रुपए से लेकर 4,000 रुपए तक की विभिन्न बोटिंग सेवाएं मिलती हैं।

घटारानी और आसपास का क्षेत्र
रायपुर के करीब घटारानी का झरना और मंदिर वीकेंड पिकनिक के लिए आदर्श हैं। हरियाली से घिरे जंगल और सड़क यात्राएं भी इस क्षेत्र को खास बनाती हैं।

मैनपाट, सरगुजा
मैनपाट को छत्तीसगढ़ का शिमला भी कहा जाता है। यहां के प्रमुख आकर्षण हैं –
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उल्टा पानी: जहां गुरुत्वाकर्षण के नियम उलटे दिखाई देते हैं।
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दलदली: जहां धरती झूले की तरह हिलती है।
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तिब्बती मठ और कैंप: शांति का अनुभव कराते हैं।
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टाइगर प्वाइंट, फिश प्वाइंट, मेहता प्वाइंट और टांगीनाथ मंदिर भी प्रमुख दर्शनीय स्थल हैं।

चित्रकोट और तीरथगढ़ जलप्रपात, बस्तर
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चित्रकोट जलप्रपात को छत्तीसगढ़ का ‘नियाग्रा’ कहा जाता है। बरसात में यह जलप्रपात सात धाराओं में बंट जाता है।
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तीरथगढ़ जलप्रपात, कांगेर घाटी नेशनल पार्क में स्थित है, जहां पानी सीढ़ीनुमा रूप में गिरता है। यह दृश्य मंत्रमुग्ध कर देता है।

बीजापुर जिले के अनछुए पर्यटन स्थल:
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मट्टी मरका: इंद्रावती नदी किनारे फैली सुनहरी रेत और शांत वातावरण इसे बीजापुर का गोवा बनाता है।
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नीलम सरई जलप्रपात: ट्रैकिंग और एडवेंचर पसंद करने वालों के लिए आदर्श।
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नंबी जलधारा: लगभग 300 फीट ऊंचा जलप्रपात, जिसे बस्तर की सबसे ऊंची जलधारा माना जाता है।
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दोबे (पत्थरों का गांव): प्राकृतिक चट्टानों से बनी आकृतियां किसी प्राचीन किले जैसा अनुभव देती हैं।
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लंका पल्ली जलप्रपात: सालभर बहने वाला झरना, नाइट कैंपिंग और ट्रैकिंग के लिए उत्तम।

ढोलकल शिखर, दंतेवाड़ा
करीब 3,000 फीट की ऊंचाई पर स्थित ढोलकल गणेश जी की मूर्ति आस्था और रोमांच दोनों का संगम है। यह स्थान ऐतिहासिक किवदंतियों से जुड़ा है और हर साल यहां महोत्सव का आयोजन होता है।
