PRSU की परीक्षा में भारी अव्यवस्था: गलत प्रश्न पत्र बांटा, परीक्षा रद्द; NSUI आज करेगी विरोध प्रदर्शन

रायपुर। पंडित रविशंकर शुक्ल विश्वविद्यालय (PRSU) में सोमवार को आयोजित परीक्षाओं के दौरान गंभीर लापरवाही सामने आई। B.Voc (जेम्स एंड जैमोलॉजी) छठवें सेमेस्टर के छात्रों को गलती से दूसरे विषय और सेमेस्टर का प्रश्नपत्र बांट दिया गया। जैसे ही यह गलती उजागर हुई, प्रश्न पत्र वापस ले लिए गए और परीक्षा को रद्द कर दिया गया।
शिकायत लेकर पहुंचे छात्र, विभाग पर लटका मिला ताला
घटना के बाद छात्र जब शिकायत करने विभागीय कार्यालय पहुंचे, तो वहां ताले लटके हुए थे। बाद में विश्वविद्यालय प्रशासन ने सफाई दी कि संबंधित विषय का प्रश्न पत्र अभी तैयार नहीं हो पाया था, इसलिए परीक्षा स्थगित कर दी गई।
कई परीक्षाओं में देरी, छात्र रहे परेशान
इस एक घटना के अलावा भी परीक्षा संचालन में अव्यवस्थाओं की झलक दिखी। BALLB, B.Ed और फार्मेसी विभाग की परीक्षाओं में छात्रों को प्रश्न पत्र 1 से 1.5 घंटे की देरी से मिले। कला संकाय में LL.B द्वितीय सेमेस्टर के छात्र भी प्रश्नपत्र की प्रतीक्षा में बैठे रहे।
NSUI करेगी ‘बुद्धि प्राप्ति हवन’, चार सूत्रीय मांगें
इन्हीं लापरवाहियों के विरोध में छात्र संगठन NSUI मंगलवार को विश्वविद्यालय परिसर में प्रदर्शन और ‘बुद्धि प्राप्ति हवन’ का आयोजन कर रही है। NSUI नेता पूनेश्वर लहरे ने बताया कि वे परीक्षा विभाग की कार्यप्रणाली में सुधार के लिए चार प्रमुख मांगों को लेकर प्रदर्शन करेंगे:
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परीक्षा संचालन में पारदर्शिता लाई जाए।
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समयबद्धता सुनिश्चित की जाए।
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जिम्मेदार अधिकारियों पर कार्रवाई हो।
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भविष्य में छात्रों को इस तरह की समस्याएं न हों।
8 बजे तय परीक्षा, लेकिन समय पर नहीं खुलता सेंटर
विश्वविद्यालय ने परीक्षाओं का समय सुबह 8 बजे तय किया है। लेकिन कई बार प्रशासन खुद इस समय का पालन नहीं कर पा रहा। सोमवार को भी छात्रों के परीक्षा केंद्र समय पर पहुंचने के बावजूद सेंटर का गेट 15 मिनट देरी से खोला गया। विभागीय अधिकारी आपसी चर्चाओं में उलझे रहे और छात्र बाहर इंतजार करते रहे।
पहले भी हो चुकी हैं ऐसी लापरवाहियां
यह पहली बार नहीं है जब PRSU की परीक्षा व्यवस्था पर सवाल उठे हैं। पूर्व में भी सेंटर पर रोल नंबर न चस्पा होने, पंखों की व्यवस्था न होने, और प्रश्न पत्रों में देरी जैसे मुद्दों को लेकर छात्र नाराज़गी जता चुके हैं। 4 जून को भी पेपर वितरण में एक घंटे की देरी हुई थी।
NSUI ने पहले भी किया था टाइम टेबल का विरोध
परीक्षा समय सारणी को लेकर भी विवाद हो चुका है। NSUI ने पहले सुबह 7 बजे परीक्षा कराने के फैसले का विरोध किया था। बाद में प्रशासन ने टाइम टेबल संशोधित कर पहली पाली सुबह 8 से 11 बजे और दूसरी पाली दोपहर 1 से 4 बजे तक निर्धारित की।
निष्कर्ष: बार-बार सामने आ रही ऐसी अव्यवस्थाओं से विश्वविद्यालय की परीक्षा प्रणाली पर सवाल खड़े हो रहे हैं। छात्र संगठनों और अभिभावकों की नाराजगी बढ़ती जा रही है। विश्वविद्यालय प्रशासन को जल्द से जल्द पारदर्शी और व्यवस्थित समाधान निकालने की जरूरत है।