रायपुर में बी.एड. सहायक शिक्षकों की आभार रैली, समायोजन फैसले पर जताया सरकार को धन्यवाद
रायपुर में सोमवार को बड़ी संख्या में बी.एड. प्रशिक्षित सहायक शिक्षक सरकार के हालिया फैसले के प्रति आभार जताने के लिए एकत्र हुए। हाल ही में सरकार ने बर्खास्त किए गए बी.एड. सहायक शिक्षकों को “सहायक शिक्षक (प्रयोगशाला विज्ञान)” के पद पर समायोजित करने का निर्णय लिया है। इसी के तहत राज्यभर से आए शिक्षकों ने शहर में आभार रैली निकाली।
शिक्षकों ने तपती धूप में इंडोर स्टेडियम बूढ़ातालाब से फायर ब्रिगेड चौक तक रैली निकाली और सरकार से अपील की कि समायोजन की प्रक्रिया पारदर्शी और शीघ्र पूरी की जाए। कई शिक्षकों ने कहा कि वे लंबे समय से आंदोलन कर रहे थे और अब उन्हें राहत महसूस हो रही है।
शिक्षक विकास मिश्रा ने कहा, “हमने शांतिपूर्ण आंदोलन किया और सरकार ने हमारी बातें सुनीं। इस रैली के ज़रिए हम मुख्यमंत्री और शासन प्रशासन के प्रति आभार व्यक्त कर रहे हैं।”
लंबे समय से जारी था आंदोलन
नवा रायपुर के तूता धरना स्थल पर 126 दिनों तक चले बी.एड. सहायक शिक्षकों के आंदोलन का समापन 18 अप्रैल को हुआ था। मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय से प्रतिनिधिमंडल की मुलाकात के बाद आंदोलन समाप्त किया गया। इससे पहले शिक्षकों ने सामूहिक मुंडन, अंगारों पर चलने जैसे विरोध प्रदर्शन किए थे।

2621 शिक्षकों को मिलेगा फिर से मौका
मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय की अध्यक्षता में हुई कैबिनेट बैठक में 2621 बर्खास्त बी.एड. सहायक शिक्षकों को रिक्त 4422 पदों पर समायोजित करने का फैसला लिया गया। शेष 355 पदों के लिए जल्द नई भर्तियां की जाएंगी।
गैर-विज्ञान विषय से 12वीं उत्तीर्ण सहायक शिक्षकों को 12वीं गणित या विज्ञान विषय से पढ़ाई पूरी करने के लिए 3 साल का समय दिया जाएगा। साथ ही, इन्हें एससीईआरटी से दो महीने का विशेष प्रयोगशाला प्रशिक्षण भी मिलेगा। ओबीसी वर्ग के शेष 355 अभ्यर्थियों के लिए नया पद सृजित कर नियुक्ति दी जाएगी।
समायोजन में अनुसूचित क्षेत्र के जिलों को प्राथमिकता दी जाएगी, फिर सीमावर्ती और अन्य जिलों में पद भरे जाएंगे। यह समायोजन गैर-विज्ञापित रिक्तियों के आधार पर किया जाएगा। सीधी भर्ती 2023 में चयनित इन शिक्षकों को अंतरविभागीय समिति की अनुशंसा पर बहाल किया गया है। समिति के अध्यक्ष मुख्य सचिव अमिताभ जैन थे।

